नीमच। जाने माने उद्वयोगपति कुमार मंगलम की फैक्टरी आदित्य बिडला सीमेंट खोर के द्वारा संचालित आदित्य बिडला स्कूल में एक शिक्षक को प्रताडित किए जाने मामले का खुलासा होने के बाद भी प्रबंधक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, ठीक इसके विपरीत दोषी तीनों शिक्षकों को बचाने के लिए प्राचार्य, हेडमास्टर व हेडमिस्र्टेस ने सर्कुलर जारी किया है, जिसमें दोषी शिक्षकों के पक्ष में हस्ताक्षर करवा जा रहे है और कहा जा रहा है कि इन शिक्षकों का आचरण ठीक है, ऐसा कर स्कूल वाले ही उन्हें बचाने में लग गए है। इधर स्कूल में बच्चों को पढाने वाले शिक्षकों द्वारा ही अश्लील हरकत किए जाने का मामला विक्रम सीमेंट के मालिक कुमार मंगलम बिडला तक खबर पहुंच गई है, जल्द ही वे प्रचार सहित अन्य जिम्मेदार को हटा सकते है और नया स्टॉफ भेजकर बिगड रही स्कूल की छवि को सुधारने के लिए सख्त कदम उठा सकते है। उल्लेखनीय है कि एक शिक्षक के.के. सिंह ने स्कूल के ही शिक्षक संतोष कोटवानी, हरविंदर गाडे और जयंत मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसकी शिकायत नयागांव पुलिस चौकी में की गई। पुलिस चौकी ने भी दोषी शिक्षकों के खिलाफ जेबकतरों के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई को ही अंजाम दिया, जबकि पीडित शिक्षक के बयान लिए जाने थे और अन्य महिला शिक्षकों से भी पूछताछ करना थी, क्योंकि शिकायत में उल्लेख किया गया था कि अन्य महिला शिक्षकों को भी प्रताडित किया जा रहा है। पुलिस ने सीधे कार्रवाई न करते हुए प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के लिए तहसीलदार के पास फाइल भेज दी, जिसकी तारीख 18 सितंबर नियत की गई थी, लेकिन उक्त तारीख को दोषी शिक्षक नहीं पहुंचे, जिससे कि इनके बांड नहीं भर सके। मीडिया तक यह खबर पहुंची तो एक बडे स्कूल में चल रहे घिनौने कृत्य का मामला उठाया, मामला उठने के बाद स्कूल के प्रचार्य सहित अन्य जिम्मेदार दोषी शिक्षकों को बचाने में जुट गए है। नियमों के अनुसार दोषी शिक्षकों को बर्खाश्त करना चाहिए। जांघ पर हाथ फैरते, गौपनीय अंगो को छूने के आरोप— स्कूल के तीन शिक्षकों पर ऐसे—वैसे आरोप न होकर गंभीर आरोप है, एक तरह से छेडछाड के आरोप है। पीडित शिक्षक ने बताया कि तीनों शिक्षक अश्लील हरकतें करते है और बोलते है आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं, पीडित शिक्षक के गौपनीय अंगो को भी छूने का प्रयास किया। जब एक पुरूष शिक्षक के साथ ऐसी हरकतें हो रही है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल में महिला शिक्षकों के साथ कैसा बर्ताव होता होगा। यह गंभीर सवाल बना हुआ है।