रिपोर्ट -इमरान खान
नीमच। विक्रम सीमेंट खोर परिसर में स्थित आदित्य बिडला स्कूल में सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक शिक्षक को अन्य शिक्षक मानसिक रूप से परेशान तो कर रही रहे है साथ ही गलत ढंग से उसे छूते है। इस मामले में स्कूल प्रबंधन को शिकायत दर्ज करवाई गई, जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीडित शिक्षक ने नयागांव चौकी में शिकायत दर्ज करवाई, पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय शिकायत करने वाले पर भी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी। यह मामला उजागर होने के बाद यह खुलासा हो गया है कि आदित्य बिडला स्कूल में बच्चों को शिक्षा देने वाले शिक्षक ही घृणित कार्य में लिप्त है, ऐसे में बच्चों का अनुशासन का क्या पाठ पढाएंगे। आदित्य बिडला स्कूल का स्टॉफ गंदी हरकतों की चपेट में है वहीं प्रबंधन मूक दर्शक बना हुआ है। बच्चों को भी पता चल गया है कि शिक्षक गंदी हरकतें करते है।
आदित्य बिडला स्कूल के शिक्षक कौशल किशोरसिंह ने अपनी शिकायत संतोष कोटवानी, हरविंदर गाडे और संतोष मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए है। शिक्षक संतोष कोटवानी, हरविंदर गाडे और संतोष मिश्रा स्कूूल में ही पढाते है। ये मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहे है। शिकायत में उल्लेख किा गया किम आदित्य पब्लिक स्कूल खोर में ही संतोष कोटवानी पिता शंभुदयाल कोटवानी जो कि कम्प्यूटर सब्जेक्ट के शिक्षक के पद पर है तथा हरविन्दरसिंह पिता अजीतराम गाढ़े जो सिनियर टीचर फिजिक्स के पद पर पदस्थ है इन दोनो व्यक्ति ने काफी लम्बे समय से प्रार्थी को शारीरीक एवं मानसिक रूप से प्रताडित एवं परेशान कर रखा है जिसकी पूर्व में प्रार्थी द्वारा दिनांक 23.09 2021 को हरविन्दर गाडे के विरुद्ध श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय नीमच को एक रिपोर्ट की गई थी (उक्त रिपोर्ट की फोटो प्रतिलिपि आवेदन के साथ संलग्न है) किन्तु उक्त रिपोर्ट पर से स्कूल मैनेजमेंट को दयाव व समझाईश के आधार पर तथा स्कुल मैनेजमेंट के इस आश्वासन पर कि वह हरविन्दर गाडे तथा अन्य दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करेंगे, राजीनामा कर लिया था। आदित्य पब्लिक बिड़ला स्कूल के बहुत सारे टीचर जिसमे महिला टीचर भी शामिल है में इन दोनो व्यक्तियों के खिलाफ काफी सारी शिकायत की किन्तु आज दिनांक तक स्कूल मैनेजमेंट के द्वारा इन दोनो व्यक्तियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया जिससे इन दोनो के हौसले काफी बुलंद हो गये है तथा उक्त दोनो व्यक्ति आये दिन अपनी मनमर्जी से स्टाफ के कई मेम्बर्स को गाली गलीब कर गलत तरीके से छु कर मानसिक एवं शारीरीक रूप से प्रताडित कर रहे है। विगत 30 जुन 2023 को लगभग 3.20 बजे संतोष कोटवानी के द्वारा प्रार्थी को पीछे से अश्लील तरीके से गलत सकत देते हुवे छुआ गया जिसकी रिकार्डिंग सी सी टीवी फुटेज में भी हुई है उक्त घटना की रिपोर्ट भी तत्काल प्राची के द्वारा आदित्य पब्लिक स्कुल खोर के प्रिंसीपल को की गई है। किन्तु उक्त संतोष कोटवानी व हरविन्दर गाडे इतने शहजोर एवं प्रभावशाली व्यक्ति है सिर्फ औपचारिकता पूर्ण करने हेतु एक कमिटी गठित कर दी गई किन्तु उक्त लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही आज दिनांक तक नही की गई है। यह कि उक्त संतोष कोटवानी और हरविन्दर गाढ़े के द्वारा मुझ प्रार्थी सहित स्कुल के एक अन्य सदस्य सुनिल कुमार यादव जो शारीरीक शिक्षा के शिक्षक है को सीधे सीधेजान से मारने की इन दोनो लोगो ने दी जिसकी रिपोर्ट भी प्रार्थी व संबंधित शिक्षक द्वारा मेल से प्रिंसीपल व एच आर डिपार्टमेंट को की गई है किन्तु आज दिनांक तक उक्त इन दोनो व्यक्तियों पर कोई कार्यवाही नही हो रही है। संतोष कोटवानी के द्वारा दिनांक 30 जुन 2023 को पंचीग टाईम के साथ भी हेर फेर किया गया है जो फुटेज से प्रमाणित है तथा इस तथ्य की जानकारी आदित्य पब्लिक बिड़ला स्कूल के प्रिंसीपल को भी है। संतोष कोटवानी एवं हरविन्दर गाढ़े के द्वारा आदित्य बिडला पब्लिक स्कूल की महिला टीचर्स के साथ भी दुव्यवहार गाली गलौच व अशोभनिय हरकते की जाती है। किन्तु इज्जत की वजह से कई स्टाफ मेम्बर इनकी कई बाते खुलकर नहीं बताते है जिसकी जांच आपके द्वारा की जायेगी तो समस्त तथ्यों का खुलासा हो जायेगा। संतोष कोटवानी के द्वारा आये दिन स्कुल में इस बात को लेकर धमकाया जाता है कि उसके ससुर एक राजनितीक पार्टी में राजस्थान में बड़े पद पर है और उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता तथा हरविन्दर गाडे नीमच का स्थानिय निवासी होने का फायदा उठाकर समस्त स्टाफ को इसी तरीके से शरीरीक व मानसिक रूप से हैरान परेशान करते रहते है। साक्षी के साथ घटित घटना की पुष्टि दिनांक 30.06.2023 के सी सी टीवी फुटेज से की जा सकती है। अतएव लेखी रिपोर्ट प्रस्तुत कर निवेदन है कि उक्त दोनो व्यक्तियों के विरूद्ध सख्त से सख्त वैधानिक कार्यवाही की जाकर प्रकरण दर्ज किया जाये।इस शिकायत पर नयागांव चौकी पुलिस ने 107, 116 का प्रकरण बनाकर न्यायिक कार्यपालन दंडाधिकारी जावद के समक्ष पेश कर दिया और 18 सितंबर को पेशी हुई। अगर पुलिस सूक्ष्मता से जांच पडताल करती तो महिला शिक्षकों के साथ भी इस तरह की घटनाएं होना सामने आ सकती थी, लेकिन पुलिस ने लीपापोती कर दी। इस मामले में पीडित ने पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी से नए सिरे से जांच पडताल कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।