रिपोर्ट -इमरान खान
नीमच- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भू माफियाओं तस्करों सहित जुआ सट्टा माफियाओं को नेस्तनाबूद को लेकर अपना फरमान जारी कर रखा है। सभी जिले संबंधित अधिकारियों को भी माफियाओं पर कठोर कार्रवाई को लेकर निर्देशित भी किया हुआ है। जिसका असर भी प्रदेश में साफ तौर पर देखा जा सकता है। प्रदेश के मुखिया के निर्देश पर प्रशासन माफियाओं को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई को अंजाम दे रहा है ।साथ ही ऐसे लोगों के आशियानों को बुलडोजर की मदद से भी ध्वस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है,जो पूरे प्रदेश में तारीफ के काबिल है। इसके बावजूद भी प्रदेश में भू-माफियाओं, तस्कर,जुआ माफिया ड्रग्स माफिया गुंडों आतंक थमने का नाम ले रहा है। बताते विगत कुछ माह पहले जिले में ही घोड़ी दाने का अगुल -अगुल का खेल बड़े पैमाने का जुएं का महाकल्ब जमा हुआ था। जिसमें दूर- दराज के खिलाड़ी लाखों रूपए के बड़े बड़े दाव लगाने क्लब में पहुंचते थे।महा-क्लब पूरे जिले में चार-पांच ठिकानों पर संचालित होता दिखाई देता था। जब से ईमानदार पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी ने जिले का पदभार संभाला है।तभी पहली प्राथमिकता उन्होंने मीडिया के समाने उजागर कर दी थी।जिले किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जाएंगा। जिले सभी थाना प्रभारियों को एसपी द्वारा जुआ माफियाओं गुंडों से लेकर ड्रग्स माफिया पर कठोर कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश दिए हुए हैं, साथ जनता के बीच पुलिस के अच्छा व्यवहार और विश्वास बनाने को लेकर भी बात कही गई थी। बावजूद जुआ माफियाओं ने फिर अपने पैर मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा की विधानसभा तहसील जावद में पसार लिए हैं। जिसमें दर्जनों से ज्यादा जुआ माफिया सक्रिय हो चुके है। जिले सहित मंदसौर निम्बेहड़ा हिस्ट्रीशीटरों ने अपना अड्डा बना लिया है। पुलिस प्रशासन का दावा है। जिले में जुआ सट्टा घोड़ी दाने के हार जीत का दाव पूरी तरह से बंद हो चुका है। हकीकत तो यहां है जुआ माफियाओं के हौसले दिन- प्रतिदिन बुलंद होते जा रहे हैं। माफियाओं ने घोड़ी दानों के खेल की जगह मंत्री जी के क्षेत्र जावद में बना ली है। जहां पर रोजाना बड़े -बड़े दाव लग रहे हैं।हारने वालो को पैसा देने वाले भी क्लब में खड़े रहते हैं,जो जुआरियों की किमती चीज अपने पास रखकर ज्यादा पैसा वसूलते हैं। जैसे एक हजार पर 100 रूपए रोज। क्लब में आदतन सहित लूट, मारपीट, व चोरी का अपराधी भी शामिल होते हैं।साथ ही आस-पास के जिले के हिस्ट्रीशीटर भी क्लब में पहुंचते हैं। जुआ माफियाओं ने भी अपना एक नियम बना रखा है। घोड़ी दाना खेलते समय अपना मोबाइल बंद रखना होते हैं।ताकि कोई जुएं खेलते समय फोटो नहीं निकाल लें।अब देखना यह होगा कब तक माफिया जिले में पनपते रहेंगे। यह फिर ईमानदार पुलिस अधीक्षक एक्शन लेते हुए माफियाओं को नेस्तनाबूद करेंगे।
मुख्य पार्टनर ऐसे वसूलते हैं पैसे- घोड़ी दाने खेलने वाले खिलाड़ियों से राउंड व प्रति घंटे के हिसाब से पैसे वसूले जाते हैं। यह पैसे इन्हें फुल सुरक्षा गारंटी के एवज में देने पड़ते हैं। जिन्हें जुआ माफियाओं के शब्दों में नाल किया जाता है।
इनका कहना – आपके द्वारा जानकारी मिली है। अगर जुआ चल रहा है।तो कार्रवाई करवा देते हैं। फिलहाल अभी मैं बाहर हु दिखवा देता हूं। जावद थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ठाकुर