रिपोर्ट -इमरान खान
जावद। जनपद सदस्य पूरण अहिर ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि कल न्यायपालिका ने मुझे न्याय देते हुए जमानत पर रिहा किया है मुझे राजनीतिक द्वेषता और भ्रष्टाचार का विरोध नही करू इसलिए मुझे झूठे प्रकरणो मे फसाना और विगत कई वर्षो से ओमप्रकाश सकलेचा विधायक जावद द्वारा व्यक्तिगत परेशान किया जा रहा है इसी कड़ी मे मेने सकलेचा के भ्रष्टाचार का हमेशा विरोध किया है मेने गुर्जर खेड़ी के पास किसानो की 60 बिघा जमीन पर सकलेचा और उनके साथियो ने कब्जा किया जिसे हटवाकर वापिस किसानो को जमीन मेरे द्वारा दिलाई गई साथ ही गोशाला नया गांव जो फोर लाईन पर स्थित है वहां के तात्कालिन अध्यक्ष गोशरणानन्द जी ने मुझे बताया कि इस जमीन को विधायक जावद और अध्यक्ष नयागांव मुकेश जाट गोशाला को अन्यंत्र ट्रांसफर कर इस जमीन को भी हथियाना चाहते है चूंकि इस जमीन की कीमत करोड़ो रूपयो है इन लोगो की नियत खराब हो रही है अतः आपको गोशाला को बचाने मे मदद करनी पड़ेगी आपको गोशाला की समिति का उपाध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव लेकर नियुक्त कर रहे है उसके बाद मे गोभक्त होने के कारण गोशाला मे गया सारी स्थिति समझी और इस चीज का विरोध करते हुए कि गोशाला अन्यंत्र नही जाने देंगे दरअसल सत्ता का उपयोग करते हुए इन लोगों ने गौशाला की समिति को भंग करते हुए गौशाला को नगर परिषद नयागाँव के आधिपत्य में कर दी साथ ही समिति के खाते में लगभग 19 लाख रूपये थे वो भी नगर परिषद नयागाँव के खाते में ट्रांसफर कर दिया। इस बात को लेकर इन्होने मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर नयागांव पुलिस के साथ मिलकर मेरे ऊपर मिट्टी के विवाद को लेकर मिथ्या प्रकरण बनाया जबकि मिट्टी का कोई विवाद नही है विक्रम सीमेंट लिज एरिये मे जिन किसानो की जमीन आ रही है वो किसान मिट्टी उठाकर अपने दूसरे बंजर जमीन को उपजाउ बनाते है ये सिलसिला निरंतर 30-40 सालो से चला आ रहा है और फिर जमीन विक्रम सीमेंट को बेच देते है मिट्टी से विक्रम सीमेंट का कोई लेना देना नही है केवल विक्रम सीमेंट पर दबाव बनाने के लिये औरअधिकारीयो से दबाव मे काम कराने के लिए और विक्रम सीमेंट से CSR का फंड जो विक्रम सीमेंट से लगी हुई 6 पंचायत 16 गांव के विकास के लिए होती है जहां से मैं ओर मेरी पत्नी जनपद और जिला पंचायत सदस्य है । सकलेचा बिना किसी नियम से सारी राशी को अपने निजी स्वार्थ और हक के लिए जैसे कि कोरोना के समय निजी खाने के खर्चे डोम डिजीटल क्लास आदि के नाम से राशी लेकर उन्ही कामो मे विधायकनिधी मे करोड़ो रूपयो का भ्रष्टाचार किया है जबकि उक्त राशि क्षेत्रिय ग्राम पंचायतो के विकास कार्यों के लिये होती है। विधायक जनसम्पर्क निधी सेभी अपने मिलने वाले जैसे पदधिकारी मण्डल अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष, नगरपालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सभी के नाम से गरीबो को दी जाने वाली आर्थिक सहायता का भ्रष्टाचार किया जाता है इसी प्रकार केशरपुरा फोरलाईन पर शासन की जनभागीदारी योजना से निर्मित तालाब व चरनोई नाले की जमीन पर कब्जा कर अपने रिश्तेदारो को जमीन अलोट कराई है स्वयं राखलेचा ने जावद सुखानंद मे आसन दरीयानाथ मंदिर की जमीन पर कब्जा कर रखा है जावद नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा श्रीराम जानकी मंदिर की जमीन पर अवैध दुकाने बनाने का विरोध मेरे द्वारा करने पर व जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण जो 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ाने के बाद भी जनपद की बैठक लेने पर मेरे द्वारा विरोध करने के कारण व मेरे निर्वाचित क्षेत्र सुवाखेड़ा की जमीन को बिना किसानो की जानकारी के लिज करा देना विधानसभा के बाहर के लोगो से जनसुनवाई करवाना छोटे खदानदारी मे काम करने वाले मजदूरो को परेशान करना जो मेरे समर्थक है उनके मकान तुड़वाना साथ ही सिंगोली मे पूर्व जिला भाजपा मंत्री बाबुलाल जी के फार्म हाऊस गोशाला को व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण तुड़वाना हमेशा जावद विधायक ने क्षेत्र की जनता को ठगने का काम किया है जापान भेजने के सपने डिजीटल क्लास के नाम पर करोड़ो का भ्रष्टाचार फ्रिडम 251 मोबाईल के नाम पर देश को लुटने जैसे काम आदि बातो का विरोध मेरे द्वारा करना और मुझे पद व कई प्रकार के लालच देने के बाद भी मैं इस व्यक्ति के झासे मे नही आया तो इसने मेरे खिलाफ 3 जून की रात्री को मुझे किशोर गुर्जर व विक्रमसिंह आदि लोगो के माध्यम से धोखे से बुलाया गया वहां जाकर मैंने देखा तो खोर के पास मुकेश जाट व 50-60 अन्य लोग जिनमे से मुकेश जाट व पास मे खड़े कई लोगो से शराब की बदबू आ रही थी मेरे वहां जाते ही मुकेश जाट नगर पालिका अध्यक्ष जो नशे में धुत था उसने बोला मेरे एरिये मे तेरा क्या काम है और गाली-गलोच करके मेरे उपर पत्थर फेकने लगा और विवाद किया ओर पुलिस के साथ मिलकर झूठा प्रकरण बनाकर लकड़ीया खुद लाकर व स्वयं के खुन को इनजेक्शन से निकालकर लकड़ीयो पर डालकर मेरे खिलाफ झूठा प्रकरण बनवाया 148/15 चोरी का और डकेती का केस मेरे उपर बताकर जो कि बांछड़ा समुदाय के किन्हीं अन्य लोगो का है। कोर्ट को गुमराह करके मेरी जमानत मे आपत्ती लगाकर मुझे जेल मे रखकर मेरी छवी खराब करने का काम किया और साजिश रची इसी प्रकार जनपद मे पुरानी राशि 2022 के पूर्व की करीबन 3 करोड़ रूपये बिना किसी जनपद की बैठक के इन्होने फर्जी तरीके से रिश्वत लेकर सब रूपयो की बन्दर बाट कर दी और उसी राशि मे खोर के सरपंच की शिकायत पर गोपाल चारण को रंगे हाथ पकड़ाया गया उसके बाद भी उसको कलेक्टर के साथ सार्वजनिक मंच पर बिठाना साथ मे लेकर घुमन भ्रष्टाचार को खुला बड़ावा देना है। मैं और मेरी पत्नी जनप्रतिनिधी है जो राशि क्षेत्र के विकास के लिए मिलती है हम विधीवत तरीके से पंचायतो कोलेकिन सकलेचा वो राशि जारी नही होने देते हैअधिकारीयो पर दबाव बनाते है और क्षेत्र के विकास मे अवरोध पहुचाते इसी फिराक मे रहते है मेरी पत्नी जनपद अध्यक्ष थी तब जावद जनपद में दुकानो रात-दिन मुझे केसे परेशान किया जाए का निर्माण हुआ था उन दुकानो को हर प्रकार से वैधानिक होने के बाद भी आज दिनांक तक निलामी नही होने दी। जनपद अध्यक्ष को मिलने वाली समस्त सुविधाएं भी जैसे गाड़ी, डिजल 2015-16 लगभग 6 लाख जारी नही होने दी ताकि मैं प्रताड़ित होकर घर बैठ जाउ एवं इनके भ्रष्टाचार के खिलाफ नही बोल सकूं इस प्रकार के प्रयास हमेशा से किये जाते है मैं आप लोगो के माध्यम से जनता और क्षेत्रवासियो को वस्तुस्थिती से अवगत करवाना चाहता हूँ। आज मुझे न्यायपालिका ने न्याय दिया और इनके कई हथकंडो के बाद भी मुझे जमानत पर रिहा किया।