डेस्क रिपोर्ट
नीमच। मैं समाज से हूँ समाज मुझसे नहीं है,समाज ने जो जिम्मेदारी मुझे सोपी हैं।मैं उस पर खरा उतरने की कोशिश कर रहा हूँ।उक्त बात बघाना दारुल उलूम मैं समाज जन की बैठक में शैख़ सैय्यद पठान जिला कमेटी के सदर सलीम खान ने कही। उक्त जानकारी देते हुए कमेटी के मीडिया प्रभारी आरिफ शैख़ ने बताया कि जिला शैख़ सैय्यद पठान कमेटी द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में नित नित नए कार्य किये जा रहे हैं।कमेटी द्वारा समाज में फैली हुई बुराइयों को दूर करने की कोशिश की जा रही है।समाज में जहां कही भी मृत्यु होती हैं तो कमेटी के जिम्मेदार बैठक में जाते है।और परिवार के लोगों को समझाते हैं।कि मृत्यु भोज बन्द करो।और फिजुल खर्च पर लगाम लगाओ।कमेटी की पहल रंग लाई।ओर बघाना के 4 परिवार मैं मृत्यु हुई थी।जिन्होंने कमेटी के समझाने पर अन्नु पिता अब्दुल मजीद पठान इनके पिता अफजल पठान की माँ व मो.आरिफ पठान साहब के बेटे व याकुब पठान साहब के पोते की मृत्यु होने पर इन्होंने सवा महीने का भोजन नहीं करने का फैसला किया है।जो एक स्वागत योग्य कदम है।इनके इस कदम पर कमेटी द्वारा इनका फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गया।सम्मान किया गया।इस अवसर पर हाजी मुबारिक पठान हाजी नसरुल्ला खान शौकत उस्ताद मो.यूनुस पठान इस्लाम पठान इकबाल पठान मजहर खान उर्फ बंटी भाई शाहरुख जैगर आरिफ शैख़ आदि समाज जन उपस्थित थे।