रिपोर्ट -इमरान खान
नीमच जिले में इन दिनों धानुका फेक्ट्री सोया फॉर्म द्वारा नीमच जिले के आसपास कई फैक्ट्रियों का विस्तार किया जा रहा है।घनी आबादी वाले क्षेत्र में फैक्ट्री संचालित होने के कारण लोगों की जान के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है। फैक्ट्री मालिक कैलाश धानुका द्वारा पैसा कमाने के लालसा में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। या यूं कहां जाएं फैक्ट्री एक बार फिर अन्य प्रदेशों जैसे एक बड़ा कांड नीमच जिले में दोहरा देगी। धानुका का फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैस और भयंकर बदबू से जिलेवासी परेशान है। पैसे के मामले में बाहुबली होने के कारण कैलाश धानुका का फैक्ट्री पर अधिकारी सिर्फ अपनी दया दृष्टि बनाएं रखते हैं। कार्रवाई के नाम पर नीमच प्रशासन कैलाश धानुका के आगे बेबस और लाचार दिखाई देता है। प्रशासन कि मेहरबानी का कारण जिले में लाखों लोगों की जिंदगी के साथ कैलाश धानुका लोगों की जानों के साथ खुलेआम खिलवाड़ कर रहा है। जिले में कई लोग जहरीली गैस के शिकार भी हो चुके हैं।वैसे तो धानुका फेक्ट्री द्वारा निकली रही जहरीली गैस का असर से लोग की जिंदगी कुछ समय तक ही चलेंगी। जहरीली गैस का यहां पहला मामला नहीं है इस फॉर्म द्वारा सरकारी जमीन हथियाना और टैक्स चोरी के मामले भी कई बार सुर्खियों में आ चुके हैं। बावजूद फैक्ट्री संचालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। आपको बता दे की कैलाश धानुका द्वारा फैक्ट्री के आस -पास सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले में कई बार निकाल कर सामने आए हैं। जिले की जनता का कहना है कि यहां समाज सेवा की आड़ में सरकारी जमीन पर अपना कब्जा करने के लिए दानदाता बने हैं। कैलाश धानुका की नजर हमेशा शासकीय की जमीनों पर रही है। अब देखना यहां होगा कि कब तक जिले के उच्च अधिकारी हरकत में आकर निष्पक्ष जांच कर धानुका फैक्ट्री व बाहुबली कैलाश धानुका से शासकीय जमीनों को मुक्त करते हैं।
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