रिपोर्ट -इमरान खान
नीमच – विधानसभा चुनाव में अपनी ताल ठोक रहा हारु नेता राजकुमार अहीर उर्फ राजू डंडी अब कांग्रेस को ही हरानी की सुपारी ले ली है। उसने अपने दलाल भी इस काम में उतार दिए हैं। डंडी अपने अवैध कामों को बढ़ावा देने के लिए राजनीति में कदम रखा है। पूर्व में कमलनाथ की 15 माह की सत्ता में राजू उर्फ डंडी ने अपने दो अनमोल रतन अनुराग और मनुराग छोटी डंडियों को भी फिरौती कांड जैसे अवैध क्रियाकलाप में उतार दिया। राजकुमार अहीर की पृष्ठ भूमि देखी जाए तो इनका अपराध जगत से एक गहरा नाता है। जिसका सीधा उदाहरण इसकी दोनों छोटी डांडिया है। पांच हजार का इनामी आरोपी मनुराग अहीर व 80 लाख की फिरौती कांड का मुख्य आरोपी अनुराग अहीर के कारनामों के बाद राजकुमार अहीर का विधानसभा चुनाव में दौड़ से तो बाहर तो हो चुका है। बावजूद मुरारी लाल का हसीन सपने देखने वाला राजू उर्फ बड़ी डंडी फिर विधानसभा में चुनाव में अपनी ताल ठोक रहा है। टिकट मिलते से ही कांग्रेस को हारने की सुपारी ले चुका है। विधानसभा चुनाव में जावद क्षेत्र में समंदर पटेल की एंट्री होने के कारण सत्यनारायण पाटीदार और राजकुमार अहीर उर्फ राजू डंडी दोनों एक हो चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार राजू डंडी ने कांग्रेस के जन आक्रोश यात्रा में पूर्व कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी के समाने निचा दिखने के लिए लोगों की रात भर डंडी ने तेल मालिश कर समंदर पटेल को निपटाने की मंशा बना ली थी। जिसके बाद हुआ कुछ यूं ही मगर समंदर के समर्थक हजारों की संख्या में देखने को मिले राजू डंडी को कोई मुहं नही लगा रहा था। क्योंकि छोटी डंडियों ने पूरे परिवार को गंदा कर दिया। राजकुमार अहीर और सत्यनारायण पाटीदार दोनों का उद्देश्य बनाएं बैठे हैं। समंदर की लहर को केसे रोका जाएं। राजकुमार अहीर उर्फ राजू डांडी का 3-3 बार चुनाव हारने का एक एतिहासिक रिकॉर्ड बना चुका है। जिससे एक बात तो स्पष्ट के भाजपा के हाथ कांग्रेस को हराने की सुपारी ले लेता है। जिससे वहां 5 साल आराम से बैठकर खाएं।