रिपोर्ट -इमरान खान
मंदसौर—नीमच। मालवा बेल्ट में अफीम, डोडाचूरा और स्मैक तस्करों की नाक में दम करने वाले सब इंसपेक्टर रउफ खान द्वारा की गई कार्रवाई का रिकार्ड अब तक कोई नहीं तोड पाया है। वर्ष 2019—2020 में उन्होंने नीमच नारकोटिक्स विंग में रहते हुए बडे से बडे तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की और क्विंटलों में मादक पदार्थ पकडा। सब इंसपेक्टर रउफ खान द्वारा कायम किए रिकार्ड को पुलिस थाने भी नहीं तोड पाए है। जब रिकार्ड को हासिल नहीं कर पाए तो कुछ लोग सब इंसपेक्टर रउफ खान के बारे में इन दिनों वाटसऐप ग्रुपों में अर्नगर्ल पोस्ट डाल रहे है। इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि सब इंसपेक्टर रउफ खान ने किस तरह से तस्करी के बेल्ट में कुख्यात तस्करों को सलाखों के पीछे डाला। उनकी पैनी निगाह सिर्फ तस्करों पर ही रहती थी। एक भी केस उन्होंने स्थानीय किसान पर नहीं बनाए,यही वजह से है कि जनप्रतिनिधि भी सब इंसपेक्टर रउफ खान की कार्यप्रणाली के कायल थे, नीमच नारकोटिक्स विंग से जब अन्यंत्र ट्रांसफर श्री खान का हो गया तो नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार ने सीएम शिवराजसिंह चौहान को अपने लेटरहेड पर पत्र लिखा था, जिसमें स्पष्ट लिखा गया कि सब इंसपेक्टर रउफ खान ने सीएम की मंशा के अनुरूप कार्य किया है, ऐसे अफसर की मादक पदार्थ तस्करी के गढ वाले में जरूरत है। बात करें सब इंसपेक्टर रउफ खान द्वारा की गई कार्रवाई की। नीमच नारकोटिक्स में एसआई खान करीब दो साल रहे, इस दौरान 200 से ज्यादा कार्रवाई की और क्विंटलों मादक पदार्थ पकडा और सैकडों तस्करों पर शिकंजा कसा। करीब साढे तीन लाख रूपए के नगद पुरूस्कार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नारकोटिक्स मुख्यालय भोपाल द्वारा प्रदान किए गए है। किसी मामले में दस हजार का नगद पुरूस्कार मिला तो किसी में पांच हजार रूपए का। इस तरह से साढे तीन लाख रूपए केश अवार्ड उन्हें मिला। यहीं मध्यप्रदेश में सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए के.एफ. रूस्तमजी पुरूस्कार भी मिला। उनका कार्यकाल नीमच के इतिहास में रिकार्ड बना गया है। यह रिकार्ड किसी भी अफवाह से ध्वस्त होने वाला नहीं है।